आजादी बचाओ आंदोलन के सदस्य जल्द ही देश के खराब हालत पर चर्चा करने के लिए करेंगे बैठक
दिनांक 15 फरवरी 2025 को आजादी बचाओ आंदोलन की ऑनलाइन बैठक संपन्न हुई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य आजादी बचाओ आंदोलन के बैनर तले गतिविधियों को सक्रिय करना था। यह सर्वविदित है कि झारखंड को छोड़कर अन्य जगह आंदोलन में काफी शिथिलता आ गई है। इसी क्रम में आंदोलन की जूम बैठक हुई। आंदोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ मिथिलेश डांगी के द्वारा शुरुआत में देश की वर्तमान स्थिति तथा कॉर्पोरेट के द्वारा हस्तक्षेप पर विस्तार से बताया गया। उसके बाद आंदोलन के साथियों का एक शहर में मिलकर इन मुद्दों पर बात करने पर सहमति बनी। वरिष्ठ साथी श्री अविनाश मिश्रा ने बैठक को राष्ट्रीय कार्यालय, इलाहाबाद में करने का सुझाव दिया। किसान नेता श्री राजकुमार भारत ने स्पष्ट कहा कि वर्तमान समय में जिस प्रकार कॉर्पोरेट के माध्यम से निजी क्षेत्र के द्वारा देश के संसाधनों पर कब्जा किया जा रहा है, आंदोलन को तीव्र करने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर इलाहाबाद में किसी कारण बस बैठक संभव नहीं हो पता है, तो भी इस बैठक को तत्काल दूसरे शहर में करवाया जाना चाहिए। अपने पुराने अनुभव को साझा करते हुए उनका मानना है कि इलाहाबाद में बैठक करवाने को लेकर कई तरह की आंतरिक समस्या वहां के साथियों के द्वारा आ सकती है। गुजरात के श्री हसमुख भाई पटेल ने इस बात पर निराशा व्यक्त किया कि स्वराज विद्यापीठ की स्थापना आजादी बचाओ आंदोलन के लिए किया गया था और हमारे जैसे साथियों ने भी संसाधन के रूप में सहयोग भी दिया था, इसके बावजूद दुख की बात है कि आज अपने आंदोलन को चलाने के लिए विद्यापीठ में आसानी से भवन नहीं मिल पा रहा है। मध्य प्रदेश के श्री जयंत वर्मा ने आंदोलन को स्वराज विद्यापीठ से चलाए जाने पर उसके तकनीकी पहलू की चर्चा की। उन्होंने भी इस बात पर निराशा व्यक्त की किया कि स्वराज विद्यापीठ के साथियों के द्वारा सहयोग नहीं मिल पाने के कारण आंदोलन को ठीक ढंग से नहीं चलाया जा पा रहा है। युवा साथी हिमांशु भाई ने इलाहाबाद में मीटिंग नहीं होने की स्थिति में बैठक को चंडीगढ़ में करवाने का सुझाव दिया तथा आश्वासन दिया कि चंडीगढ़ में बैठक होने की स्थिति में वह हर तरीके से सहयोग करेंगे। उन्होंने हर हाल में आंदोलन को तेज करने पर बल दिया तथा कहा कि आंदोलन करने से ही अपने संगठन के फैलाव को हम पुनः पुराने स्थिति में ले जाने पर ही हम युवाओं को जोड़ पाएंगे।
तत्पश्चात यह तय हुआ कि राष्ट्रीय संयोजक डॉक्टर मिथिलेश डांगी के द्वारा स्वराज विद्यापीठ के कुलगुरु प्रोफेसर त्रिपाठी जी को एक पत्र के माध्यम से आग्रह किया जाएगा की बैठक को 5-6 अप्रैल या 12-13 अप्रैल को इलाहाबाद के स्वराज विद्यापीठ में करवाने की इजाजत दी जाए।
इस बैठक में अपनी बात कहने वाले उपरोक्त साथी के अलावा राम धीरज भाई,गोवा के साथी अभिजीत जी, झारखंड से ओमप्रकाश जी, कानपुर से अरविंद कुशवाहा जी, दिल्ली के पवन कुमार जैन, इलाहाबाद से मयंक श्रीवास्तव, झारखंड से विकास भाई, बुंदेलखंड से श्रीपत कुशवाह, इलाहाबाद से मनीष सिन्हा, दिनेश यादव सहित अन्य साथी उपस्थित थे।
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